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सांस्कृतिक गणतंत्र

 


पापा पापा देखो हमारे गणतंत्र दिवस की झांकियां आनी शुरू हो गईं

हां बेटा आओ देखते हैं , यह हमारी संस्कृति की झांकियां निकल रही हैं ।
यह देखो बेटे सबसे पहले हमारी सांस्कृतिक झांकी नागा बाबाओं की झांकी ,
पर पापा इन्होंने कपड़े क्यों नहीं पहने हैं ?
अरे बेटा यह हमारी प्राचीन संस्कृति है ,नागा बाबा सिंहनाद करते हुए अपने कौशल , सभ्यता और शक्ति प्रदर्शन करते हुए देश को विश्व गुरु बनाने की ओर अग्रसर दिखाई दे रहे हैं ।
इन्हें देखकर समस्त विश्व के देश स्तब्ध रह जाएंगे और हमारी पौराणिक शक्ति से थरथर कांपेंगे।

देखो पापा दूसरी झांकी ,, इसमें तो वीडियो बना रहे हैं ।
हां बेटा यह हमारी सरकार के भावी नेता और नेत्री हैं

लेकिन पापा इन्होंने वीडियो बनाते वक्त कपड़े क्यों नहीं पहने हैं ?
अरे बेटा यही तो हमारी राजनीतिक संस्कृति है " सबका साथ सबका विकास "

पापा इस अगली झांकी में क्या हो रहा है ?
एक आदमी खड़े होकर कुछ कह रहा है और दूसरी तरफ बहुत ही सुंदर लड़कियां एक आदमी को छेड़ रही हैं ।
बेटा वह तक़रीर करने वाला मौलवी है , जो लोगों को जन्नत में जाने के प्लान बता रहा है
और वह 72 हूरें हैं जो जन्नत में सेवा करेंगी
पापा इन्होंने कपड़े क्यों नहीं पहन रखे ?
बेटा इसमें जीने की और मरने के बाद की भी संस्कृति है । जिसे आलिम लोग हमें बताते हैं ।

पापा देखो एक और झांकी आई , देखो पापा इसमें एक लड़की को जबरदस्ती घसीट कर उसके कपड़े फाड़ रहे हैं
और देखो पापा एक लड़की को तो जला भी दिया
हां बेटा यह हमारे देश की जीती जागती तस्वीर है "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ " देखो झांकी पर लिखा भी है ।

पापा अपनी अपनी संस्कृति दिखाने में लोग नंगे क्यों हो जाते हैं ?
ऐसा नहीं बोलते बेटा ,यह संस्कृति तो हमारे देवताओं ईश्वर के अवतारों और पैगंबरों से चली आ रही है ।

वो छोड़ो बेटा अगली झांकी देखो ,,,
पापा इसमें तो कई लोग बैठे मोबाइल चला रहे हैं
वह वह देखो लोग आपस में लड़ रहे हैं पापा
ख़ून बहा रहे हैं ,
हां बेटा ध्यान से सुनो जय श्रीराम और अल्लाह हू अकबर की आवाज़ें भी आ रही हैं ।

यह कैसी झांकी है पापा ?
यह विभिन्न राजनीतिक दलों वाली it cell की झांकी है
इसमें दिखाया गया है कि कैसे सोशल मीडिया द्वारा नफरत फैलाई जाती है
और जातीय दंगे करवाए जाते हैं , झूठी अफवाहें फैलाकर किस तरह भोले इंसानों को धर्म के नाम पर भड़काया जाता है
और शिक्षा तथा बेरोजगारी से ध्यान हटाकर उन्हें धार्मिक पहलवान बनाया जाता है ।

देखो पापा एक बड़ी सी झांकी आई ,,,
बेटा यह हमारी वैदिक विज्ञान की झांकी है
मतलब पापा
अरे बेटा हजारों सालों पहले हमारे धर्म और मज़हब ने विज्ञान की खोज कर ली थी
ये झांकी उन्हीं वेदों और हदीस के ऊपर आधारित है ,,,,,
जैसे हवा में उड़ना , महाभारत में इंटरनेट का होना , जमीन से चांद के दो टुकड़े करना , इंसान के धड़ पर जानवर का सर लगाने की सर्जरी करना , आंसुओं , पसीने से बच्चे पैदा करना
पुष्पक विमान और बुराक जैसे हवाई यातायात
तीरों के रूप में मिसाइल तथा गोबर द्वारा परमाणु बम के रेडिएशन को खत्म करना
इन सब चीजों को इस झांकी में प्रदर्शित किया है ।

अरे अरे पापा ये अगली झांकी में क्या हो रहा है ?
साउथ की फिल्मों जैसा एक डरावना इंसान कुछ लोगों को झांकी पर चढ़ा रहा है
और कुछ लोगों को झांकी से उठाकर बाहर फेंक रहा है ।
बेटा यह देश की एकदम नई और ताज़ा झांकी है
इसका नाम भारतीय नागरिकता अधिनियम है ।

पापा क्या _Caa और nrc ?

हां बेटा ये झांकी दर्शा रही है कि किसको देश की नैया पर चढ़ाना है और किस को धक्का देकर उतारना है ।
मतलब पापा ?
अरे बेटा सीधा मतलब है जो सरकार की नाव में चप्पू चलाएगा वह नाव में रहेगा
और जो चप्पू चलाने में संदिग्ध होगा उसे बाहर फेंका जाएगा ।
वरना सबूत दो तुम इस नांव के पुराने यात्री हो
बेटा ऐसा करेंगे तभी तो सरकार की नैया सालों साल और चल पाएगी ।

पर पापा यह तो ग़लत है , इन लोगों ने भी तो देश से प्यार किया है
वह यही जन्मे और यहीं मरना चाहते हैं ।

बेटा ये तेरी सेकुलर बातें बेमानी हैं , जो सत्ताधारी बोलेंगे और करेंगे वही सही है ।
वरना तू देशद्रोही है , आख़िर तुझे इस देश की संस्कृति भी फॉलो करनी है ‌।।
देखो बेटा अगली झांकी ,,,
नहीं पापा अब और संस्कृति नहीं झेली जा रही ,,
क्या यही है हम बच्चों के कल का सुनहरा भविष्य भरा देश ?
सच आज हमने विश्व में अपने देश की झांकी निकाल दी है ।।

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