परेशान आदमी
परेशान आदमी
आओ आओ गुप्ता कैसे हो,तुम्हारी भैंस चोरी हो गई थी,कुछ पता चला
चल जाएगा,उसके बैल फ्रेंड को पकड़ लिया है,कभी न कभी तो मुँह खोलेगा साला की कहाँ छुपाया है हमारी भैंस को,तुम सुनाओ क्या हालचाल
बस भैया भोत परेशान हैं
अरे क्यों भाई क्या हुआ
क्या बताएं यार गुप्ता,तबियत ठीक रहती नहीं,लड़का पढ़ाई लिखाई करता नहीं,बीवी सुनती नहीं,माताजी अभी तक बेवकूफ ही समझती है,पिताजी कहीं भी पीट देते हैं आज भी,पैसा कौड़ी टिकता नहीं
तो परेशानी कहाँ है,ये सब तो तुमने रोज मर्रा का जीवन बता दिया आम आदमी का
बस यही सब परेशानी है
वैसे भाई घर बड़ा खाली खाली लग रहा है,और ये क्या अपनी ही मूर्ति रखे हो सजा के घर में
अबे ये हम नहीं है,ये लाफिंग बुद्धा है
ये क्या होता है
श्रीमती जी को किसी ने फेंग शुई समझा दी एक दिन कहीँ, तो ये ले आईं, इसके रखने से नेगेटिविटी नहीं आती घर में
अच्छा तो फिर नहीं आई??
नहीं नेगेटिविटी तो नहीं आई,अलबत्ता चड्डी बनियान गिरोह के सदस्य रात में आए और सारा सामान चुरा ले गए,और हमारी दशा पर हँसता हुआ ये बुद्धा छोड़ गए,हमने तो पहले ही कहा था कि इसकी किताब विताब पढ़ लो क्या पता उसमे लिखा हो कि इस बुद्धे के पास नेगेटिविटी नहीं आएगी बाकी सब दूर आएगी पर हमारी सुनता कौन है
अरे कहाँ यार ये चीनी जापानियों के फेंग सुई पुइ में फंस गए आप भी,अरे देसी वास्तुशास्त्र करवाइए ये चपटे तो केवल मूर्ख बनाते हैं
भैया वास्तु भी कराया था,जे तुम जहाँ बैठे हो वहाँ पहले संडास था हमारा
अरे क्या बात कर रहे हो
तो फिर, वास्तुशास्त्र के चैंपियन आए थे एक वो बोले बाथरूम तुड़वा के यहाँ बैठक बनवाइए,कृपा इस संडास की वजह से रुकी हुई है..अब ये हाल है की स्थिति तो जस की तस है और घर में बाथरूम भी नहीं है,क्योंकि जगह हइये नहीं बनाने की,तो अब सारा परिवार कभी खेत,कभी झाड़,कभी पटरी जाता है,क्या करें भोत परेशान हैं
ओह तब फिर टैरो रीडिंग करवा के देखो,अंग्रेजो का चोचला है पर कहते है सही निकलता है
ऊ भी कराए,एक पड़ोस में अंग्रेज झबरी औरत करती है ये टैरो भैरो,उसको बुलाए, बोली एक पत्ता चुन के निकालो,हम बोले पहले गड्डी पीस तो लीजिये,बोली तीन दो पांच खेलने बैठे हैं का बेवकूफ??ये ताश की गड्डी नहीं है चुनो चुपचाप,हमने निकाला एक पत्ता,बोली डेविल निकला है,हम कहे फिर अब,बोली विपदा आने वाली है घर पर कोई,हम कहे फिर उपाए,बोली मछली पाल लो
मछली??काहे??
बोली मछली तुम्हारे घर पे आने वाली विपदा अपने ऊपर ले लेगी
फिर ली मछली
हाँ मछली ली,उसने विपदा ली,और एक दिन गलती से किवाड़ खुला रह गया तो आवारा बिल्ली घुस आई तो उसने पतीले में हाथ डाल के मछली लील ली
वाह बहुत शानदार,तो मतलब ज्योतिष का सजेशन ना ही दें तुमको
बिल्कुल ना दो,वो भी कर चुके,एक प्रकांड चोमू ज्योतिषाचार्य आए थे,बोले हाथ दिखाओ,रेखा पढ़ेंगे तुमाइ,दिखाया हाथ तो बोले महराज तुम्हारे हाथ में रेखा है ही नहीं,खैनी रगड़ रगड़ के मिटा दिए हो,हमने कहा प्रभू ग्लव्स देख रहे हो,जाड़ा बहुत था इसलिए पहने थे उतार तो लो पहले
फिर उतार के ग्लव्स देखे हाथ,बोले लड़के से परेशान हो पढ़ाई में मन नहीं लगता,हमने कहा जी लौंडियाबाज़ी में ज्यादा मन लगता है,बोले उसको पूर्व दिशा में मुँह करके पढ़ने को बोलो,हमने कहा ठीक है
अब मोढ़ा हमारा छत पर पूर्व दिशा में मुँह करके पढ़ने लगा,रिजल्ट ये रहा उसका की पहले घिसट घिसट के पास हो जाता था तीसरी डिवीज़न,अबकी फेल हो गया
अरे ऐसे कैसे
ऐसा इसलिए की चेक करने पर पता चला की लौंडे श्री हमाए रात रात भर पूर्व दिशा में देखते रहते थे,जहाँ गर्ल्स हॉस्टल है,और हमको लगता था बिट्टा पूर्व दिशा में मुँह करे पढ़ रहा है
भैया तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता,वाकई तुम भोत परेशान हो
अब तो दक्षिण पंथी की ओर ही मुह करके बैठे है...अच्छे दिन के लिए।
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