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गणेश विसर्जन और बाढ़


पुत्र उठो,आज पांचवा दिन है
पप्पा कल रात ही तो सोया था,5 दिन हो लिये क्या
चवन्नी का दिमाग मत चलाओ पुत्र,बप्पा को विराजे 5 दिन हो गये, विसर्जन करने चलना है
पापा यही कर दो ना ड्राइंग रूम में, पूरा तो स्विमिंग पूल बना हुआ है बारिश की बाढ़ से
शर्म नही आती बोलते हुए, ड्राइंग रूम में विसर्जन करता है कोई मूर्ख??
अरे किधर का ड्राइंग रूम पिताजी, पूरे ड्राइंग रूम की तो डिराइंग ही चेंज हो रखी है बाढ़ से, बप्पा को पानी से मतलब, अब यहाँ विसर्जित करो या समंदर में क्या फ़र्क पड़ रहा है
ज़्यादा प्रगतिशीलता मत बघार फेसबुक वाली, दो कान के नीचे लगेगी तो उड़ता फिरेगा सब जगह
क्या मुसीबत है यार, सोने भी मत दो चैन से.. चलो
बेटा, गणपति बप्पा मोरया पुढच्या वर्षी लौकर या बोलते चलना,ठीक है और तुम लौंडे कौन हो, इसके दोस्त हो क्या??
जी अंकिल, मैं पड़ोसी हूँ आपका, गणेशी नाम मेरा
अरे वाह तुम्हारा नाम भी गणेशी है.. बहुत बढ़िया तो बेटा गणेशी तुम मंजीरे बजाते चलो
अरे हओ ना बापू, अब चलोगे भी यहीं सारा ऑर्केस्ट्रा करा लोगे
चलना नही है पुत्र, तैरना है, चलने को सड़क है कहाँ
हद हो गई तो तैर के कैसे ले जाओगे इनको मेरे बाप
एक काम करो इनको सर पे रखो,और तैरो
अब्बा हुज़ूर लौंडा तुमने माइकल फेल्प्स पैदा नही किया है,तैराकी चैम्पियन, इनको सर पे रख के पानी में गया तो ऊपर कुछ और ही तैरेगा थोड़ी देर में
हम्म फिर कैसे ले जायें यार
बोल तो रहा हूँ यही कर दो विसर्जित
अरे अंकिल लाईये मैं सर पे रख के तैर लेता हूँ
वाह गणेशी, पुत्र हो तुम्हारे जैसा, और एक यह नालायक है
भीड़ नही है आज क्यों बेटा, वैसे तो काफी भीड़ रहती है विसर्जन के टाइम
पानी के अंदर हो गॉडफादर, यहाँ किते भीड़ दिखेगी तुमको, ऊपर से बस तैरते हुए निकली तो थी अभी खचाखच भरी हुई
अरे गधे वो तो बोल जो बोला था बोलने को रास्ते भर
उफ़्फ़ पानी के अंदर भी बुलवाओगे.. गणपती बल्ब* बल्ब* मोरबल्ब पुढच्या गुडप* बल्ब* लौकर बल्ब* गुडप* आ
बाप आधा लीटर पानी पी गया हूँ नाले का तुमाए बोल्बे के चक्कर में, अबकी पानी के अंदर जाऊंगा तो नही बोलूँगा बता दिया मैंने
अरे गुप्ता जी नमश्कार आप यहाँ पानी के अंदर कैसे बैठे हुए हैं
पानी के अंदर नही बैठे हुए भैया दुकान पर बैठे हुए हैं..दुकान पानी के अंदर सरक ली है
ओह तो कभी ऊपर आओ सतह पर सांस लेने
आते हैं बीच बीच में, उत्ती देर में दुकान से चोरी हो जाती है, अबकी सिलेंडर ले आये हैं अंदर ही बैठेंगे
बाप तुम्हारे दोस्त भी सारे तुम्हारी तरह ही हैं क्या, अंकिल बंद करके घर जाओ ना दुकान जब देख रहे हो बाढ़ आई हुई है
बेटा, सुबह से बंद करके 5 बार तैरने निकला हूँ घर की तरफ, पर आधे रास्ते से वापस हो लेता हूँ याद आ जाता है मैं नवी मुंबई में हूँ घर दादर में है.. तैरते तैरते फोटो पे माला चढ़ जायेगी
अच्छा भई गुप्ता हम तैरते हैं.. फिर मिलेंगे, विसर्जन करने जा रहे
गणेशी बेटा तकलीफ़ तो नही हो रही कोई
नही अंकिल अब काहे कि तकलीफ़ 20 मिनट पहले कमीज़ फट के बह गई, 10 मिनट पहले पतलून..
अबे इससे पहले इसकी चड्डी भी बह जाये, पापा यही कर दो ना विसर्जन
बस बस सामने तो है समंदर पहुँच ही गये,2 मिनट चड्डी और संभालना बेटा गणेशी
जी अंकिल
लो जी आ गया समंदर , बप्पा की अंतिम आरती कर लेते हैं
अब यह नौटंकी भी करोगे, घंटे की आरती होगी, मूसलाधार बारिश हो रही है,बाढ़ में गले तक डूबे हुए हो, जलाओगे कैसे दिया अगरबत्ती पापा??
हाँ बात तो तेरी ठीक है, हे देवा मुआफ़ करना हमें हम तेरी अंतिम आरती भी ना कर सके ,नारियल तो फोड़ना पड़ेगा पर
उफ़्फ़ क्या बकवास है यार, कहाँ फोड़ोगे नारियल..पानी में पटकोगे क्या
इधर आ
हाँ क्या है
तड़ाक**
अरे इसकी *&%#^#&#^#* पागल हो क्या पापा मेरे सर पे ही फोड़ दिया..आह उई.. भेन&#^#^# 😡😡
चुप कर ज़लील, गालियां मत दे, घर जाकर पट्टी कर दूँगा, चल अब बप्पा को सर पर रख और थोड़ा अंदर जाकर समंदर में विसर्जित कर
अरे ओ भोत हो गया तुम्हारा, बाप हो तो लिहाज़ कर गया अबतक, मैं नही जाऊंगा समंदर में अंदर.. आये बड़े होशियार अंदर जा वाले
इसी दिन के लिये औलाद पैदा करता है इंसान?? लानत है तुझपर
कोई बात नही अंकिल मैं चले जाता हूँ लाईये,वैसे भी चड्डी भी बह गई मेरी तो, अब क्या बचा है लेट मी विसर्जित लार्ड गणेशा
वाह बेटा गणेशी, एक ही तो दिल है आखिर कितनी बार जीतोगे, जाओ पुत्र आज से तुम भी मेरे पुत्र हो
अब तो चलो यार पापा घर वापस, गया तो वो लेके मूर्ती
रुक जा डुबकी लिये 3 मिनट हो गये वापस आने दे उसको साथ चलेंगे
पापा, वो अपने गणेश जी ही है ना
हाँ लग तो अपने ही रहे हैं
भोत शानदार तो जे तो ऊपर आ गये पानी के,इसका मतलब समझे दया
क्या??
इसका मतलब गणेश तो ना हुए विसर्जित,आपका दत्तक पुत्र गणेशी ज़रूर हो गया, मे हिज़ नेकेड सोल रेस्ट इन पीस 😢😕😕

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Written by Aseem Tiwar

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