महिला दिवस और रैप
महिला दिवस पर बादशाह जी आप हमारे महिला दर्शको से अगर अपने गीत के जरिए कुछ कहना चाहे...
ओ जी मेरा नया गाना मैं गाए देता हूँ महिलाओं के लिए..
"ओ लड़की ब्यूटीफुल कर गई चुल..ओ ओ लड़की ब्यूटीफुल कर गई चुल"
हैं जी?? अच्छा??, नई मतलब महिलाओं का दिन है बादशाह जी..कुछ उनके ऑनर में गा देते मतलब ..हैं जी
लड़कियों के ऑनर में ही गा रा हूँ और के फुफी की याद में सुनाया आपको..एकदम पेटी फ्रेश गाना है यो मेरा
इस तरह के गीत रचने कि इंस्पिरेशन कहाँ से मिलती है आपको
ऐसा है जी इंस्पिरेशन तो यो गाने की मुझे बचपन में हि मिल गई थी,हुआ कुछ यूँ कि पड़ोस में रहने आई एक छोरी ,एक दिन वो घर आई म्हारे और बापू से शिकायत कर दी के लौंडा आपका घूरता है मन्ने
ओह फिर
फिर जी उसके बाद बापू ने म्हारा सर बिजली के फ्यूज़ बॉक्स में घुसेड़ दिया
अच्छा
नहीं अच्छा तो खैर क्या था बुरा ही था सब करंट शा लागा मन्ने ,पूरे ढाई मिनट मैं ज़मीन में गिरा तड़पता रहा और फिर होश आया तो..
तो आपने ये गीत रचा??
नहीं..होश आया तो बाप ने दो खींच के दिए रेपट कि बिजली का शॉक दिया तन्ने देख साले 5 युनिट बिजली यूज़ हो गई, बापू म्हारा कंजूष टेप था थोडा
ह्म्म्म फिर आगे
आग्गे कुछ न फिर मैने रेपटे की आवाज़ पे धुन बनाई की लड़की ब्यूटीफुल कर गई चुल
तो और कोई सभ्य गीत सुनाना चाहें अंत में जाते जाते..फैमिली चैनल है हमारा मतलब इस लिए कह रहा था..कुछ सभ्य सा हो जाए महिला दिवस पर
अच्छा तो ये सुनो फिर एकदम सभ्यसाँची की ड्रेस जैसा सभ्य गीत ..
जी जी सुनाएँ
लड़की ओ लड़की सुन ले म्हारी बात ..लड़की ओ लड़की सुन ले म्हारी बात....उठा के तैने ले जाऊंगा..जो तूने ...गुज़ारी न ये रात ..म्हारे संग क्लब में पी के दारू ..बीच बीच में चिलम भी मारू
बस बस ठीक है मिल गया मैसेज.. धन्यवाद
न ऐसे कैसे धन्यवाद एक चीज़ तो रह गई करने को
क्या ??
यो यो बादशाह यो यो !!
ये क्या था
यो मेरा सिग्नेचर था बावले..यो यो बादशाह देसी बॉय यो !!
सिग्नेचर?? मूँह से देते हो आप
और का बाड़क जैसी बात न कर, मूँह से न दूँ तो कहाँ से दे दूँ ..लिखना पढ़ना आ रा क्या म्हारे को
ओह अच्छा गलती हो गई साब माफ़ी
अरे न तू तो भाई है अपना
बस धन्यवाद .. इंटरव्यू समाप्त 😨
Written by Aseem Tiwari
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