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जिहाद वाली चरस

 


हर चीज़ में जिहाद घुसेड़ के टीवी वालों ने लोगों के भेजे में जिहाद वर्ड फिट कर दिया है,आने वाले वक्त में ऐसा देखने मिले तो आश्चर्यचकित मत होईएगा.

फ़टाफ़ट उठिए 10 बज गए हैं,ये नींद जिहाद नहीं चलेगा घर में

अबे ये क्या है मैं रोज़ ही तो 10 बजे उठता हूँ

देखिए अब आप बहस जिहाद कर रहे हैं

ये क्या नई चरस है प्रिये ?

जल्दी उठिए मस्का जिहाद से बात नहीं बनेगी

अरे उठ रहा सब्र तो रख यार

Han फ़टाफ़ट ब्रेकफास्ट जिहाद के लिए तैय्यार हो जाइए

क्या है नाश्ते में ?

अंडों को फोड़ के आज हम ऑमलेट जिहाद करेंगे

सिर्फ ऑमलेट ? कॉफी बना ले और थोड़ा पोहा भी

हुकुम जिहाद की भी हद होती है

मान जाओ पिट जाओगे

डोमेस्टिक वायलेंस जिहाद में अंदर करवा दूंगी

अच्छा सॉरी.... उठ रहा हूँ, तू भी तैय्यार हो जा, चल आज बाहर करेंगे ब्रेकफास्ट

(30 मिन्स बाद) चलो जानू मैं रेडी...अर्रे तुम तो तैय्यार ही नहीं हुए अभी तक

मैं मज़ाक जिहाद कर रहा था प्रिये, तुम्हे शरारा गरारा पहने झाड़ू पोंछा जिहाद करते देखने का सुख जिहाद लेना चाहता था 😝😝

#जिहाद_वाली_चरस


Written by Afraz Khan

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