अल्टीमेट जनगणना
(रुकैया बी,रुको भी)
अब्बू,अब्बू ओ अब्बू टब्बू
क्या बे भूतनी के,बाप को बुला रहा है या कबाड़ बेच रहा है
अब्बू,वो आए हैं
वो कौन तेरा खसम
अरे हम तो लौंडे है हमारी तो बेगम होगी
तो "वो" की इज्जत किसे बख्श रहा है
वो जन गड़ मन आए हैं
हैं?? भांग की गिलौरी चबा रिया है क्या आजकल ,राष्ट्र गान चल के आ रिया है दरवज्जे पे
राष्ट्र गान नहीं है,कोई बाबू साब है कहते है जन गड़ मन अधिकारी है
अच्छा,ये क्या बला है भई, खैर तशरीफ़ धरवा उनकी बोल अब्बू आ रहे हैं
जी जनाब, बंदा क्या खिदमत करे आपकी
खिदमत क्यों करोगे लड़की का रिश्ता थोड़ी लाए हैं, सरकारी जन गणना अधिकारी है,कुछ सवाल करेंगे जवाब दे देना बस
जी,बिस्मिल्ला करें
लाओ तो शहनाई पहले बिस्मिला ही कर देते हैं
जनाब मेरा मतलब पूछें जो पूछना हो
के ठे मेंबर हो तुम लोग घर में
जी चौबीस
अपने घर का बताओ खाली, पड़ोसियों के यहाँ हम खुद विजिट करेंगे
हुज़ूर अपने घर का ही बता रिया हूँ, पिच्च*
जे क्या था
क्या जनाब
जे पिच्च*
जे तो हमने पीक थूका जनाब,पान खाया है
तो जे घटिया हरकत मुँह के बाजू में काहे करी हमारे
माफ़ी हुज़ूर, ये तो हमारी हॉबी है
क्या,मेहमान के मुँह पे थूकना
नहीं,पीक से चित्रकारी करना
जे कौन हॉबी है
जी,कैनवास पर पान खा के बढ़िया सी रंगीन पीक मार देते है,अंग्रेज टूरिस्ट लोग मॉडर्न आर्ट के नाम से खरीद ले जाते है
अच्छा ये सब छोड़ो,ये चौबीस की क्या बकर की तुमने,तुमाए घर में चौबीस प्राणी रहत हैं?
जी,एक हम एक हमारी बेगम रुकैया बी,और बाकी बाईस बच्चे
पानी मंगवा दो
पीयेंगे??
नहीं,मुँह पे छिड़काव सा करेंगे,बेहोश से हो रए, और बेगम को भी बुलवा लो
अस्सलाम वालेकुम जनाब
हाँ खुश रहो,जे बताओ रुकैया बी,ये क्या सुन रए, तुमाए बाईस ठो बच्चे है रए
जी जनाब, इना,मीना, डीका, डे, डाए, डामा, नीका, माका ,नाका, माका ,नाका, चीका,पीका,रोला, रीका,रम, पम,पो,श,रम, पम, पो
हाँ गाती तो ठीक हो,पर गाना बाद में सुनेंगे,बच्चों के नाम बताओ एक एक करके
जे और क्या बताए हुज़ूर जे बच्चों के नाम ही हेंगे
ये इना मीना, बच्चों के नाम हतो?? वाह जे तो सही तरीको निकालो नाम याद करबे का
जी,माका नाका ,और रम पम पो जुड़वे तिड़वे हुए इसलिए दुइ बार सेम नाम रखा,जे इनके अब्बू का आईडिया था
जी जी ,बस अल्लाह के फज़ल से ख्याल आ गया
इन बच्चों में अंतर कित्ता हो रा
जी 6 - 6 महीने के अंतराल में हुए सबरे
अबे गड़ित के कौनसे नियम के तहत 6 महीने में लौंडे जन्मे दे रए अब्बू
बस जनाब सब अल्लाह का फज़ल है
जे सही ग़ज़ल है,हर बात पे अल्लाह का फज़ल है,तो अब बाईस के बाद पेट भरो की नई रुकैया बी
जी भरो है आठवाँ चल रओ अगले महीने होगो,आना आप भी खीर खिलांगे
अभी रम पम पो के बाद भी गुंजाईश हो रई पैदा करबे की
जी जनाब
अरे मैया रुकैया बी,अब रुको भी 😭
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