केबीसी अल्टीमेट 3
एक ठो बात बोलें भिया, सीट भोत हाॅट हो चुकी है.. कंडे तो हटवा लीजिये वर्ना मेरे बम रोस्ट हो जायेंगे 

महोदय.. पेट्रोल डीजल के लिये हम भी अयसे ही कलप रहे हैं के एक्साइज घटा दो तो कुछ राहत मिले। हमारी तो सुनते नहीं.. हम आपकी क्यों सुनें.. चुपचाप खेल लेव, इसी में भलाई है।
अरे तो सवाल ही पूछ लो भिया 

ठीक है ठीक है.. पूछ लेते हैं, जल्दी क्या है। तो देवियों और सज्जनों, हमारे सामने बैठे हैं आईटी सेल के ट्रोलर भगेलू भगत जी.. जो दो सही सवालों के जवाब दे कर चंपा के चारों हाथ पैर जीत चुके हैं और अब आगे बढ़ते हैं चंपा के दिल, गुर्दे, फेफड़े, भेजे के लिये तीसरे सवाल की तरफ और यह रहा तीसरा सवाल टीवी स्क्रीन पर।
टीवी स्क्रीन पर
, लेकिन भिया सवाल तो कंप्यूटर स्क्रीन पर आते हैं न?

वो द्वापर युग में आते थे, अब कलियुग है.. हमारे सवाल टीवी अखबार रेडियो मोबाईल कहीं भी आ सकते हैं। तो टीवी को ऑन किया जाये और यह रहा आपका सवाल.. स्क्रीन पर जो आप बिगबाॅस रूपी तांडव में भजन सम्राट श्री अनुप जलोटा और उनकी नवासी.. ऊप्स साॅरी ब्रो.. उनकी प्रेयसी को देख रहे हैं.. खबर के मुताबिक यह जल्दी शादी करने वाले हैं।
अरे तो इसमें सवाल कहां है 

अबे यह जोड़ी अपने आप में खुद एक सवाल है बुड़बक.. आपको यह बताना है श्रीमान कि यह चमत्कार कैसे हुआ?
कुछ ऑप्शन वाॅप्शन मिलेगा क्या भिया.. नहीं मल्लब कुछ तो दो कि अयसे ही बता दें।
यार कमाल हो.. वहां सीमा पर जवान नाले में गैस ढूंढ रहे हैं और यहां तुम्हारी गाड़ी बिना ऑप्शन के आगे ही नहीं बढ़ती।
प्रधान जी के चक्कर में हम वैसे ही ऑप्शनलेस हुए पड़े हैं.. आप तो ऑप्शन मत छीनो भिया। आपके बाल बच्चे जियेंगे.. खूब खाये पियेंगे, तरक्की करेंगे। भगवान हमेशा सुखी रखेगा।
फिर फकीरी शुरू..
क्या करें भिया.. फकीर के ही भगत हैं..
मतलब बिना ऑप्शन मानोगे नहीं?
भगवान आपको भी बुढ़ापे में अयसा ही ट्रांसफारमर देगा, जिसका लोड उठाने में आपके जर्जर तारों के गुर्दे चोक हो जायेंगे.. दुआ है फकीर की 

अच्छा तो ले लो ऑप्शन भई.. हां तो ऑप्शन पूर्व.. भजन में बड़ा स्कोप है, नक्षत्र भी बौरा कर गिव अप कर सकते हैं। ऑप्शन पश्चिम.. प्रोफेसर मटुकनाथ की दिखाई राह ने चाह बनाई। ऑप्शन उत्तर.. भजन कीर्तन से सिद्धि, प्रसिद्धि के साथ जसलीन का भी योग बनता है। ऑप्शन दक्षिण.. इस तरह ईश्वर ने काफिरों को यकीन दिलाया है कि धार्मिक रहोगे तो जन्नत में बहत्तर तो देंगे ही देंगे, लोटे में समाने की उम्र में भी एक एडवांस धरती पर ही दी जा सकती है।
कोई लाईफलाईन भी मिलेगी क्या दद्दा.. पिलीच।
इस बार हम नहीं पिघलेंगे वत्स, चाहे हाॅटसीट फर तुम्हारे बम ही रोस्ट हो जायें।
अच्छा
.. ठीक है, अयसे ही देते हैं। देखिये भिया हमको लगता है कि इस चमत्कार के बहाने ईश्वर ने नास्तिकों को संदेश दिया है कि हमाई शरण में आओगे तो बुढ़ापे में भी ऐसे ही ऐश रहेंगे। तो हमाई कैलकुलेशन के हिसाब से ऑप्शन दक्षिण ही बनता है।

मतलब आप दक्षिण की ही तरफ जायेंगे।
क्या करें भिया.. दक्षिणपंथी ठहरे। इस जवाब का नाड़ा खोल दिया जाये।
फाईनल उत्तर है आपका?


ठीक है चलिये हम ऑप्शन दक्षिण का नाड़ा खोलते हैं.. और यह देखिये.. पजामा टखनों में पंहुच गया। मुबारक हो.. इस सही जवाब के साथ ही आपने जीत लिये हैं चंपा के सारे अंदरूनी अंग। तो कैसा लग रहा है आपको।
क्या बतायें भिया.. बस ऐसा लग रहा है जैसे अपन कुरैशी भिया की दुकान पे खड़े हो कर मटन खरीद रहे हैं
.. अब लगे हाथ जल्दी से अगला सवाल भी पूछ लीजिये।

जी बिलकुल पूछ लेते हैं.. तो देवियों सज्जनों, जल्दी से पेश है अगला सवाल चंपा के दो सींग, चार थन और एक पूछ के लिये.. यह रहा आपके अखबार में..
सींग
.. थन
.. पूंछ 



नरभसा गये क्या श्रीमान.. आंखें औकात से बाहर हो रहीं..



हां तो इसमें इतनी हैरानी की क्या बात है.. सभी गायों के होती है।
गाय
.. पर अपन तो चंपा के लिये खेल रहे थे न।

हां तो उस गाय का नाम ही तो चंपा है।
अरे लेकिन आप तो बोले हम चंपा पति के लिये खेल रहे हैं। गाय का पति होता है क्या 

तो मतलब करोड़ पति के लिये खेलते हो तब करोड़ से शादी करके उसके पति बनते हो क्या.. सेनापति सेना से शादी करके पति बनता था क्या? यहां पति से तात्पर्य स्वामित्व से है वत्स 

लेकिन आपने बंदी बोला था 

हां तो बंदी ही है.. शी इज फीमेल टू।
लेकिन आपने बोला करोड़ अरेंज नहीं हुए तो चंपा को राजी कर लिया है पति के लिये 

हमारी जिब्हा पकड़ता है नालायक.. जब तुम्हारे सरदार ने छः सौ करोड़ वोटर बता दिये तब तुम कहां थे
, जब तुम्हारे सरदार ने पचास करोड़ परिवारों की सब्सिडी छुड़वा दी, तब तुम कहां थे
, हमारी जुबान पकड़ते हो देशद्रोही।


अरे मगर गाय तो माता होती है 

इट्स डिपेंड ऑन यू ब्रो.. तुम उसे जीतने के बाद माता, बहन, बेटी जो चाहे बना लो 

अरे मगर भला गाय के लिये कोई खेलता है क्या 

क्यों नहीं.. गाय के लिये लिंचिंग लिंचिंग खेल सकते हो तो इस खेल में क्या बुराई।
हमको नहीं खेलना भिया.. जरा सा गाय के लिये सौ पचास जानें क्या ले ली हमने.. सब हम भगतों के गले में गाय बांधने चल दिये।
कुरैशी भाई.. अरे अरे भाग के कहां जाता है कम्बख्त.. गाय तो तुझे लेनी पड़ेगी। खेल खतम.. गाय तुम्हारी.. पकड़ो.. भागने न पाये.. पकड़ो.. पकड़ो..



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