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मरीज

 



लंबी लंबी सांस लो
अब सांस की लंबाई कहाँ से मापें
जोर से सांस लो भई
मुँह खोलो,आ करो
सुबह ठीक से होती है
हाँ एकदम ठीक से होती है सुबह तो,फाल्ट सूरज में नहीं है हम में है डॉक्टर बाबू सुबह काहे नहीं होगी ठीक से
ओहो बाबा पॉटी सुबह ठीक से होती है
अब पाखाने की खैरियत पूछने का चलन तो हमारे यहाँ नहीं है पर हमको लगता है ठीक से ही होती होगी कभी कंप्लेन तो नहीं की
फीवर आता है
आता होगा हमारे पीछे से हमारे रहते तो नहीं आता
अरे बुखार का पूछ रए डॉक्टर साब
अच्छा बुखार, नहीं वो नहीं आता
खांसी
खो खो खो
ये क्या था
तुमई तो बोले खांसी,तो खांस दिहिस
अरे खांसी आती है क्या वैसे रोजाना बाबा वो पूछ रहे हैं
नहीं खांसी नहीं आती पेशाब आती है
पेशाब का पूछे हम
नहीं पूछे तो नहीं पर जो आता है उसका सोचा बता दें
पीला आ रहा है या सफ़ेद
क्या
अरे पेशाब और क्या
गेंहुआ आ रहा है
गेंहुआ?? गेहुंआ कहाँ से आने लगा
आता तो वही से है जहा से आना चाहिए पर गेंहुए रंग का लगता है हमको तो
अजीब बात है गेंहुआ रंग तो नहीं सुने कभी
रंग तो दिखता है डॉक्टर बाबू सुनाई तो आवाज़ देती है धार की और वो सही आवाज़ करती है


उफ़ तकलीफ कबसे है
कौनसी तकलीफ
यही सर दर्द की
ये हो गया 25-30 बरस
25-30 साल से तकलीफ है तो अब दिखाने आए हो
नहीं बीच बीच में खुद देख लेते थे
क्या मतलब
मतलब सर पे दो तीन हतोड़ी धीरे हाथ से मारो तो ठीक हो जाता है
ये साला कौनसा इलाज है
कपाल फोड़ी रामदेव ने सिखाया
अच्छा ये सब छोड़ो मैं दवाई लिख रहा हूँ ले लेना,ये एक गोली दिन में तीन बार,ये एक गोली सुबह शाम,ये एक गोली रात को लेना सिर्फ,तीन हफ्ते का डोज़ है तीन हफ्ते बाद आ के दिखाओ
क्या दिखाए वो तो आपको चल के देखना पड़ेगा
क्या,क्यों चल के कहाँ क्या देखना पड़ेगा
गेंहुआ रंग
अरे ये तुम्हारे खोपड़े की दवाई दी है बाबा जो पिराता है, गेंहुए रंग को निकलने दो
ओह,तो डॉक्टर बाबू ये जो तीन गोली है तीन टाइम की ये अगर एक टाइम में ही खा लेवें तीनो तो कैसा रहे
हम तुमको जुतिया देवें तो कैसा रहे,पागल हो क्या जब बोला है तीन टाइम खाओ तो खाओ चुपचाप
पर डॉक्टर बाबू गोली टाइम देखना जानती है क्या उसको कैसे पता की क्या टाइम हुआ है
तुम तो टाइम देखना जानते हो बुढऊ,तुम टाइम देख के गोली खा लेना
हाँ हम तो जानते है,ठीक बा, अच्छा डॉक्टर बाबू हम चलें फिर
नहीं यही बिस्तर लगवा लो
लगवा तो लेते पर फिर पेशाब की दिक्कत होगी हमको खुले में जाने की आदत है
अरे जाओ बाबा मेरे सर में दर्द हो गया
अच्छा मुँह खोलिए तो आ कीजिये, पॉटी ठीक से होती है सुबह?? और पेशाब किस रंग की आ रही है,हथोड़ी रखे हैं हम कहिये तो

अरे लेके जाओ कोई इनको 😡😡

Written by Aseem Tiwari

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