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मैच कमेंट्री 1


मैच कमेंट्री 1


(भारत पाकिस्तान मैच..)

समय विध्वंसक है और दो देशों की सेनायें मैदान पर भाले बल्लम ले कर एक दूसरे के सामने हैं... मैं आपकी खादिम रंजना ओम धिंचक स्टूडियो से आपको जंग का हाल बताऊंगी और कमेंट्री के लिये हमारे साथ उपलब्ध हैं... लंबित कुपात्रा और एक दो पर्सेंट डाऊन हो चुके जीडीपी भक्षी।

रंजना: क्या लगता है आपको कौन जीतेगा?

लंबित: देखिये यह सवाल आपको कांग्रेस के जमाने में करना चाहिये था, तब कोई नहीं जीतता था, अब हमारी सरकार है, कोई एक तो जीतेगा ही।

भक्षी: अरे मैं तो कहता हूँ कि हम सौ ओवर तक जीतने का इंतजार ही क्यों करें... बल्लों से मार-मार के पाकिस्तानियों को ढेर करके हमें ट्राफी छीन लेनी चाहिये।

रंजना: अरे यह यूएन का टूर्नामेंट है, हम बल्लों का ओवर द शोल्डर इस्तेमाल नहीं कर सकते। पाकिस्तान के बच्चे अच्छी किस्मत से खेल रहे हैं... हमें अच्छी गेंदबाजी करनी होगी।

लंबित: देखिये हमारी सरकार पे शक मत कीजिये, माना कि कांग्रेस के वक्त में चुन चुन के खराब गेंद डलवाई जाती थी, लेकिन हम अडानी जी और अंबानी जी के सौजन्य से सब्सिडी मुक्त गेंद डलवाते हैं।

भक्षी: अरे बढ़िया क्या.. गेंद के अंदर आरडीएक्स भरवा के फिकवानी चाहिये... हमारे शहीदों की पेंशन का सवाल है।

लंबित: अरे भक्षी जी, नहीं मेरा मतलब है जीडीपी जी, डरिये मत। बना लेने दीजिये उन्हें चार पांच सौ रन... आप देखियेगा मोदी जी को, ट्रम्प जी से समझौता करा के डालर के हिसाब से एक के सत्तर रन लगवायेंगे। वैसे भी रोजे चल रहे हैं।

रंजना: एसा लगता है कि लड़के ठीक से फेंक नहीं पा रहे हैं।

लंबित: कैसे फेंक पायेंगे, प्रेरणा ही नहीं ले पा रहे मोदी जी से, बताइये जिनके पास ऐसी अनमोल फेकिंग मशीन हो, वे ठीक से न फेंक पा रहे हों तो इसमें कहीं न कहीं पूर्ववर्ती सरकार की तैयारियों की असफलता है, लेकिन अगली पाली में एक्सपर्ट जनता की तरह अच्छा लपेटेंगे, यह नोटबंदी के सकारात्मक परिणाम की तरह तय है।

भक्षी: पर नोटबंदी में तो अपने ही डेढ़ सौ मार के सेल्फ गोल कर दिया था... कहीं फिर न सेल्फ गोल हो जाये।

रंजना: वैसे गेंदबाजी बुरी नहीं है लड़कों की... किनारे लग रहे हैं।

भक्षी: यही तो फेलुअर है सरकार का। बताइये किनारे लगवा रहे हैं, जबकि बीच में मार कर गोल करना चाहिये 

और एक के बदले सत्तर सर लाने चाहिये। रमजान में एक के सत्तर की ही काउंटिंग रहती है।


रंजना: भक्षी जी, यह कोई क्रिकेट हो रहा है कि गोल करेंगे। आज कोहली को टिक के खेलना होगा।


लंबित: आप यकीन कीजियेगा हमारी सरकार में कोहली टिक के ही खेलेंगे। रन के लिये भी इधर उधर नहीं

भागेंगे। कांग्रेस की सरकार थोड़े है कि कोहली रन लेने के बजाय पैवेलियन में बैठी अनुष्का के पास भाग जाते थे।


रंजना: आज जीतना ही होगा...सवा सौ करोड़ देशवासियों के वोट का सवाल है।


लंबित: जी रंजना जी, यह मोदी जी की बहुत बड़ी उपलब्धि होगी पाकिस्तान के खिलाफ।

भक्षी: मैं तो कहता हूँ... इन टोपी वाले सयानों को अंबानी के जियो के सहारे सेट करके हमारे लड़कों की चार गेंद का ओवर करा देना चाहिये और बैटिंग के टाईम आठ गेंदों का।

रंजना: भक्षी जी आप फिर क्रिकेट की बात कर रहे हैं, यह फुटबाल हो रहा है और पाकिस्तानियों को गेंद बड़ी दिख रही है, इसीलिए धो रहे हैं। सोचिये ऐसी स्थिति से निपटने के लिये हमारे ब्वायज क्या करेंगे।

लंबित-भक्षी: हवन करेंगे, हवन करेंगे... हवन करेंगे।
Written by Ashfaq Ahmad

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