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कलियुग में यमराज

कलियुग में यमराज



यह तुंदियल अर्धनग्न शरीर, यह लुंगी, यह सींग वाला मुकुट... नौटंकी से लौट रहे हो का?

हद में रहो लौंडे... मिनट में प्राण हर लेंगे तुम्हारे। हम यम हैं यम... यमराज। पहचानते नहीं का हमें।

पहचाने... अरे साक्षात दर्शन देंगे तो कनफ्यूजिया न जायेंगे। फिर हम ठहरे मुस्लिम... राईट है हमारा एकदम से न पहचानने का। बड़े परेशान से दिख रहे हैं?

हाँ... ससुरे लौंडे बहुत हरामी हैं तुम्हारे मुहल्ले के। एक तो साली यहां पार्किंग की जगह नहीं... अपना भैंसा कहां टिकाते? इधर तीन चार ठो लौंडे बैठे गरद पी रहे थे, उनको बोले कि थोड़ा वाहन देखना हमारा और अब वापस लौटे हैं तो साले सब चम्पत... बताओ, हमारा भैंसा ही चुरा ले गये।

महाराज, कहां राकेट के जमाने में भैंसा लिये चल रहे हैं, थोड़ा अपडेट होइये... कुछ अपाचे, इन्फील्ड टाईप वाहन लीजिये।

हाँ... अर्जी लगाये तो हैं, पर कहते हैं पेट्रोल की दिक्कत है यमलोक में।

अच्छा... पधारे कैसे थे महाराज?

एक शिकार के प्राण हरने थे... पर वहां भी गड़बड़ हो गयी।

क्यों... क्या हुआ?

आबादी बहुत बढ़ गई है, एक-एक नाम के कई लोग हो गये हैं तो हमने अपना सिस्टम अपडेट किया और वल्दियत लगाने लगे... मल्लब हम रमाशंकर वल्द उमाशंकर के प्राण लेने आये थे, लेकिन डीएनए जांच से पता चला कि वह रमाशंकर वल्द अजय सिंह था।

अजय जी तो उमाशंकर के पड़ोसी थे।

हांय... अच्छा। तो ई गड़बड़ हुई है... मल्लब फिर से सिस्टम अपडेट करना पड़ेगा।

अच्छा एक बात बताइये... मुसलमानों के प्राण भी आप हरते हैं?

नहीं... असिस्टेंट रख छोड़े हैं। मिनट में पचास लोग मरते हैं, सबके पीछे हम ही भागें का।

खैर छोड़िये... यह बताइये कि गरदुल्लों पे कैसे भरोसा कर लिया कि भैंसा उनकी केयरटेकिंग में दे दिया?

भावना में बह गये... 800 सालों बाद हिंदुओं की सरकार आयी है न।

क्या... मल्लब आप भी फेंकुओं की बातों में आ गये... हाहाहा।

हंसी मत उड़ा लौंडे... मिनट में प्राण हर लेंगे तुम्हारे। उनसे प्रसन्न क्यों न हों... बंच में डिलीवरी देते हैं। अभी नोटबंदी में डेढ़ सौ डिलीवरी दी, फिर चुनाव आते ही दंगे की संभावना भी बना कर रखते हैं।

उस लिहाज से तो बगदादी भी आप लोगों का चहेता होगा... वह तो हजारों डिलीवरी देता है।

वह तो वीवीआईपी है... उसके लिये यमलोक में खास स्पेस है।

कभी नर्क स्वर्ग में झांका क्या महाराज... हमारे में कहते कि वहां बहत्तर आईटम मिलेंगी... एसी कोई फैसिलिटी है क्या वहां?

अवलेब्लिटी पर डिपेंड है... बाकी यह साध्वी फलानी टाईप चुड़ैलें मेकओवर करके हूर बनायी जायेंगी।

अच्छा यह नर्क में पापियों को फ्राई करने के लिये कौन सा तेल इस्तेमाल होता है... सरसों वाला या रिफाइंड?

अबे इंटरव्यू लेने बैठा है क्या लौंडे?

यार यह लौंडा लौंडा मत करो, चालीस का हो चुका हूँ।

तो... बेटा हम सतयुग से आत्मायें कलेक्ट कर रहे हैं, सावित्री की भेंट हमसे ही हुई थी... सोच, हमारे आगे तेरी क्या उम्र है।

सावित्री से याद आया... जब मरियम बिना पिता का बेटा पैदा कर सकती हैं, कुंती बिना पति के कंट्रीब्यूशन के छ: बच्चे पैदा कर सकती हैं तो सावित्री भी कर सकती थीं।

मत पूछ लौंडे... बस ब्लंडर हो गया था, कई साल तक निलंबित रहना पड़ा। तब से तथास्तु कहना छोड़ दिया।

मारो-मारो... वह रहा... पकड़ो साले को। यही था... यही गौमाता चुराये था।

अरे-अरे... सुनो तो... अबे किये क्या हैं हम... अरे हम यम हैं... मिनट में प्राण हर लेंगे।

मार साले को... गौमाता चुराता है।

आह... ओह... कौन थे यह और मैंने कब गौमाता चुराई, उल्टे हमारा भैंसा चुरा ले गये... आह।

गोरक्षा समिति वाले... इन्हीं ने भैंसा चुराया होगा और प्रीकाशन के तौर पर आपको ही मुजरिम ठहरा दिया ताकि आगे आप उनके खिलाफ कोई एक्शन न ले सकें।

अजीब लोग हैं... उल्टे चोर पीट गये कोतवाल को। साले लुंगी भी फाड़ गये।

800 साल बाद हिंदुओं की सरकार आयी है महाराज।

मजाक मत उड़ाओ... प्राण हर लेंगे तुम्हारे।

धमकी मत दो... हर क्यों नहीं लेते प्राण?

लिखित में चाहिये।

क्या...?

रिटेन आर्डर चाहिये... रईस नहीं देखी क्या?

ओह... मतलब यमलोक के नवाजुद्दीन हैं। खामखा में धमकिया रहे हैं... एसा कीजिये महाराज, अब कट लीजिये... अपने सिस्टम को अपडेट कर लीजिये और कोई हाईटेक सवारी ले लीजिये। यह सतयुग त्रेता द्वापर नहीं है, कलियुग है.. यहां उल्टी आंत गले पड़ जाती है।

चलते हैं... गुडनाईट लौंडे।
Written by Ashfaq Ahmad

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