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गोलगप्पे

 


गोलगप्पे

भैया जी


बोलिये मेढम

वॉटर बॉल्स खिला दीजिये

वॉटर बॉल्स क्या हुआ मेढम जी??

गोल गप्पाज़्ज़ भैया जी

अच्छा, हाँ लीजिये पिलेट लीजिये

वन सेक ब्रो,पानी कौन सा यूज़ करते हैं कैपिटलिस्ट या शोशलिस्ट??

का मेढम जी?? पानी तो मुंसिपालटी का है

ओह मतलब कॉम्युनिस्ट,बिसलेरी नही करते??

बिसलेंडी तो महंगा पड़ता है बहुत, और उ तो गोलगप्पा खाने के बाद ना पीजियेगा??

नो डूड, बिसलेरी का पानी डालो गोलगप्पा में

अच्छा?? अरे चोमू की महतारी.. जाओ ज़रा भाग के टेशन से बिसलेंडी की बोतल ले आओ चार ठो

मेढम जी ,बिसलेंडी के पानी भर से खा लीजियेगा?? मने मसाला ओसाला के बिना स्वाद आएगा??

ओहो भैया जी, पानी बिसलेरी बोला है मसाला तो डालोगे ही

ओ दादा रे अइसा.. मने पानी बनाएं आपके लिये अलग से

जी

मेढम जी पइसा ज़्यादा लगेगा, डबल मेहनत करा रहे आप

पैसा नो इशू, सफाई होनी चाहिये

लो मेढम जी बन गया पानी आपका..का कहते हैं कॉपटींलीस्ट ही ही

भैया जी ग्लव्ज़ कौन पहनेगा

गिलवज?? दस्ताने भी पहनाइएगा??

ओह्ह पुलिज़्ज़ज़्ज़ विदआउट ग्लव्ज़ कैसे खिला सकते हैं आप

अच्छा?? अरे चोमू की महतारी, चोमू के दस्ताने ले आओ तो जरा

ई लो मेढम पहन लिये दस्ताने

व्हाट दी हैल ओन अर्थ आर दीज़

ई?? दस्ताने हैं..लौंडे के..किरकिट सीखने जाता है ना तो उसके गिलवज हैं

इससे कैसे खिलाओगे भैया जी

अरे अब आप ही तो कहीं कि दस्ताने पहन के खिलाओ

ओ गॉड, अच्छा चलिये एक सेल्फ़ी ले लेते हैं, अनु डार्लिंग तुम भैया जी के साइड में आ जाओ ,प्रिया बेबी तुम गोलगप्पाज़ को किस करो एंड भैया जी आप अपना टॉवल जो गले में डाले हैं उसको हवा में लहराईये

ई गमछा है मेढम

या व्हाटएवर, घुमाओ हवा में एंड से चीज़

कौन चीज कहे मेढम??

चीज नही चीज़..चीज़

हाँ तो कौन चीज भाई, चीज का कौनों नाम भी तो होगा, क्या बोल दें

उफ़्फ़ आप पानीपुरी बोलिये

अच्छा..पानी पुरी

*क्लिक**

हाँ अब एक काम कीजिये एक गोलगप्पा में मस्टर्ड और थोड़ा ब्रॉकली डालना और एक में थोड़ा लेमन ग्रास डाल दीजिएगा

हैं?? ई सब तो हमाए पास नही है , छोले आलू है केवल, ई ग्रास माने तो घास होता है ना?? ई मिल जाएगा, ए चोमू की महतारी उ थोड़ा दूब तोड़ लाओ मैदान से, मेढम लोग घास डाल के खातीं है गोलगप्पा में

अरे भैया जी रहने दो, वो घास नही ..लीव इट..ऐसे ही खिलाइये

ई ससु गिलवज में पकड़ नही आ रहा है गोलगप्पा ही ही.. ए लीजिये

भैया थोड़ा तीखा बनाइये

अच्छा अच्छा, ये लीजिये अबका तीखा बना है एकदम

नही भैया जी, थोड़ा और तीखा

मेढम आधा किलो मिर्च डाल दिये हैं

नही बिल्कुल भी स्पाइसी नही है, थोड़ा और

चोमू की महतारी की अम्मा यानी हमारी सास की ज़बान भी डाल दी अब तो ,उससे तीखा कुछ नही संसार में

क्या भैया जी कैसे खिला रहे हो, एकदम स्पाइसी नही है

अच्छा?? सुतली बम फोड़ दिया पानी में अब देखिए हुआ तीखा??

ना

अब क्या कर दें जो तीखा हो मेढम जी?? 😢.. धतूरा डाल रहे हैं इसके बाद अब हमारी गरीबी बची है उ गोलगप्पाज़ में आपके नही समाएगी

ओके रहने दीजिये आपको नही आ रहा तीखा बनाना, चलो गाइज़ हम मॉल से खा लेंगे

अरे कहाँ चल दीं गइया लोग सबरी..चलो गाइज़ कह के, पइसा कौन देगा

व्हाट पैसा भैया जी, एक तो आपने स्पाइसी खिलाया भी नही और पैसे माँग रहे हो

हद्द् हो गई, बिसलेंडी का पइसा.. ये गिलवज लौंड़े के जो बर्बाद हो गए उसका पइसा और जो गप्प गप्प करके भकोस लीं तुम सब उसका पइसा कौन देगा

आप हमसे पैसा लेंगे?? डू यू नो हम कौन हैं?? आप जैसे गरीब लोगो के लिये फेसबुक पर आवाज़ उठाते हैं और आप हमसे पैसा लेंगे??

फेसबुक??? किताब में हमारे लिये आवाज़ तो आजादी के समय से उठ रही मेढम जी ,इहाँ सड़क पर कॉम्युनिस्ट सोसलिस्ट केपीटालिस्ट हो रही जिंदगी हमारी इहाँ आवाज़ सुन लो हमारी तो बात बने, चलो अब अंटी में से पइसा ढीला करो

ओह्ह पुलिज़्ज़ज़्ज़ डोंट कॉल मी आंटी

ओह्ह पुलीज पैसा धर दो फिर सीधी तरह, देंगे घुमा के दुइ झापड़ तो तीखा का होत है समझ आ जाएगा ..फेसबुक के क्रांतिकारी ससु

Written by Aseem Tiwari

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